मौत का आख़िरी सुराग
मौत का आख़िरी सुराग शहर के पुराने हिस्से में बसा धनराज हवेली रोड कई सालों से वीरान पड़ा था। लोग कहते थे कि रात के बाद इस रास्ते पर कदम रखना अपने ख़तरे को बुलाना है। लेकिन क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर आरव राठौर के लिए डर जैसी कोई चीज़ बताती नहीं रहती थी। उन्हें वही … Read more