बिखरी हुई उम्मीदें
बिखरी हुई उम्मीदें शहर के एक शांत कपड़ों में एक पुराना-सा घर था, जिसकी मिल अब बर्बाद होने लगी थीं। उस घर में रहती थी मीरा, उम्र लगभग पैंतालीस साल, और उसके साथ था उसका सोलह साल का बेटा अनुकल्प। मीरा की ज़िंदगी हमेशा से संघर्षों में घिरी रही थी, लेकिन उसने उम्मीदों का दामन … Read more