अधूरी रह गई कहानी

अधूरी

अधूरी रह गई कहानी ज़िंदगी कभी-कभी हमें ऐसे मोड़ पर लाकर खड़ा कर देती है, जहाँ न वापस लौटना आसान होता है और न आगे बढ़ना। अरुण और सीमा की कहानी भी ऐसी ही थी—खूबसूरत, सच्ची, मगर फिर भी अधूरी। शुरुआत — वहीं से जहाँ सपनों की खुशबू उठती है अरुण शांत स्वभाव का लड़का … Read more

वक़्त के संग खो गया कोई

वक़्त

वक़्त के संग खो गया कोई शहर की भीड़ में, शोर के बीच, हर चेहरे पर कुछ न कुछ छिपा होता है—कभी मुस्कान, कभी दर्द और कभी कोई ऐसा राज़, जो वक़्त के साथ धूल की तरह उड़ जाता है। लेकिन कुछ कहानियाँ, चाहे कितनी ही पुरानी क्यों न हों, दिल के किसी कोने में … Read more

दिल की आख़िरी दास्तान

आख़िरी

दिल की आख़िरी दास्तान कभी–कभी ज़िंदगी हमें ऐसे मोड़ पर लाकर खड़ा कर देती है, जहाँ दिल के पास कहने को बहुत कुछ होता है, लेकिन वक़्त बचे चुप रहने की इजाज़त देता है। यह कहानी भी कुछ ऐसी ही है—एक ऐसे प्यार की, जो पूरी दुनिया से लड़ सकता था, मगर किस्मत से नहीं … Read more

दुख खामोशियाँ

खामोशियाँ

दुख खामोशियाँ शहर के पुराने हिस्से में बने एक शांत, संकेरे सामानों में एक छोटा-सा कमरा था। उसी कमरे में अदिति अपनी माँ के साथ रहती थी। कमरा तो छोटा था, पर उसमें भरी खामोशी इतनी बड़ी थी कि बाहर के शोर भी उसके आगे खो जाते थे। अदिति शुरू से ही चुप रहने वाली … Read more

बिखरी हुई उम्मीदें

उम्मीदें

बिखरी हुई उम्मीदें शहर के एक शांत कपड़ों में एक पुराना-सा घर था, जिसकी मिल अब बर्बाद होने लगी थीं। उस घर में रहती थी मीरा, उम्र लगभग पैंतालीस साल, और उसके साथ था उसका सोलह साल का बेटा अनुकल्प। मीरा की ज़िंदगी हमेशा से संघर्षों में घिरी रही थी, लेकिन उसने उम्मीदों का दामन … Read more